बुधवार, 9 सितंबर 2015

सेक्स और अश्लीलता से ज्यादा क्राइम करने के तरीके दिखाने को सेंसर किया जाना आवश्यक है

children learning crime through television

आये दिन समाचार पत्रों में पढ़ने को मिलता है फलां ने फलां ​की बेहरहमी से हत्या की। बच्चे भी आजकल आत्महत्या करने लगे हैं। महिलाएं भी अपने बच्चों सहित आत्महत्या कर रही है। बच्चों का लगातार अपहरण हो रहा है। बच्चियों का रेप। ये कोई किताबी बाते नहीं है आप किसी भी दिन का भोपाल का ईपेपर खौल कर देख लें। हर दूसरे दिन चेन स्नेचिंग होती है और लूट—डकैती की तो कोई गिनीती ही नही।
महिलाएं पतियों को आॅफिस जाने के बाद क्राइम एवं क्राइम के नाट्य रूपांतरण के सीरियल बच्चों सहित देखती हैं। बच्चे भी नेट पर क्राइम से संबंधित गेम खेलते रहते हैं। सभी प्रमुख मूवी चैनल्स पर साउथ इंडियन मारकाट वाली फिल्में चल रही हैं। बिना किसी रोक टोक के।
सेंसर बोर्ड केवल नग्नता को हटा रहा है। आज जरूरत है टीवी सीरियल्स को सेंसर बोर्ड से पास कराने एवं क्राइम वाले गंभीर दृश्यों को हटाने की। यहां कलम घसीटने से कोई मतलब मुझे नजर नही आता। जरूरत है अपने विवेक से अपने घर में न्यूज चैनल्स एवं क्राइम आधारित कार्यक्रमों को ब्लॉक करने की।
9 sept 2015

9 sept 15
9 sept 2015
9 sept 2015

लेबल:

मंगलवार, 8 सितंबर 2015

पर्सनल लोन के लिये सैलरी अकाउंट क्यो जरूरी कर रखा है

why salary account is compulsory for personal loan in Govt Bank
मुझे एक छोटा सा व्यापार करने के लिये जो कि सस्ती दरों पर लोगो को भोजन पहंुचाने पर आधारित है शुरू करना है लेकिन अभी तक पिछले 3 महीनों में मै लगभग हर बैंक में अप्लाई कर चुका हंू, प्राइवेट बैंक तो बिना किसी सिक्योरिटी के लोन देने को तैयार नही। और जो सरकारी बैंक हैं भले ही आपका 10 वर्ष पुराना से​विंग अकाउंट उस सरकारी बैंक में है तथा उसका रिकार्ड भी बहुत अच्छा है तो भी ये सरकारी बैंक प्राइवेट सर्विस करने वालों को लोन नही देतीं यदि आप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कार्यरत हैं तब भी सेलरी अकाउंट उस बैंक में होना जरूरी है तभी आपकों ये लोन के लिये योग्यता की श्रेणी में रखती हैं।
ये सरकारी बैंके हम लोगों का पैसा जमा तो करती हैं लेकिन लोन देतीं है केवल सफेद हाथियों यानि बड़े—बड़े उद्योगपतियों को न की देश के आम नागरिकों को।
Read more »

लेबल:

गुरुवार, 20 अगस्त 2015

हमारे शरीर का पावर हाउस


आज प्रात: मेरे गुरूजी द्वारा बताया गया कि हमारे शरीर में जो मेरूदंड अर्थात रीड की हड्डी हमारे शरीर का पावर हाउस होती है इसमें से होकर अनेक नाड़ियां होकर गुजरती हैं। इन नाड़ियों के जो जंक्शन यानी जहां ये नाड़ियां एक दूसरे को क्रॉस करती हैं वे हमारे चक्र होते हैं। जिन्हे प्राणायाम एवं योग द्वारा जागृत किया जाये तो हमारे अंदर अनेक तरह की शक्तियां प्रवाहित होने लगती हैं। हमारी मेरू जितनी लचीली होगी हमारे शरीर में रोगों से लडने की जीवनी शक्ति उतनी ही पावरफुल होती जायेगी। इसलिये प्रतिदिन कुछ आसान करना चाहिये। सबसे पहले कुछ आसान उसके बाद प्राणायाम।
यदि विज्ञान और मेडिकल साइंस के क्षेत्र में देखें तो जब आदमी रोगमुक्त नही हो पा रहा होता है तो डाक्टर्स अंत में बोनमेरू हमारी मेरू से लेते हैं और रक्त को मिलाकर, पूरे शरीर को वायरस और बेक्टिरिया मुक्त कर शरी में इंजेक्ट करते हैं जिससे शरीर का नवनिर्माण शुरू हो जाता है।
















wikipedia.org

लेबल:

बुधवार, 19 अगस्त 2015

डाटा कलेक्ट करने के ये घटिया तरीके

आजकल भोपाल एवं पूरे मध्यप्रदेश में प्राइवेट स्कूल्स में अक्सर ड्राइंग कम्पीटीशन होते रहते हैं। बच्चे घर पर आकर एक फार्म भरने के लिये कहते हैं।अभिभावक भर देते हैं। फिर उनके पास फायनेंस या इंश्योरेंस कम्पनियों के फोन आते हैं कि आपके बच्चे ने हमारी कम्पनी द्वारा आयोजित ड्राइंग कम्पीटिशन में हिस्सा लिया था जिसमें कि उसकी ड्राइंग सलेक्ट हुई हैं आप आज ही या संडे को फलां समय पर अपनी फैमली सहित आइये हमारे द्वारा आपके लिये एक कार्यक्रम आयो​जित किया गया है वहीं आपके बच्चे को सर्टिफिकेट दिया जायेगा।
 बच्चे कितनी भी अच्छी ड्राइंग बना लें उससे उस कम्पनी को कोई मतलब नही होता, मतलब होता है तो केवल डाटा कलेक्ट करने से।

लेबल:

रविवार, 10 मई 2015

विवाह समारोह में भेड़चाल बंद होनी चाहिये।

जवानी के जलवे दिखाने वालों के​ लिये शादी विवाह के 1 सप्ताह के कार्यक्रम में गीत संगीत एवं डीजे की सुविधा होती है तो बुजुर्गों के लिये कम से कम 1 दिन किसी संत की सत्संग की वाणी या विडियो नही उपलब्ध कराया जा सकता क्या। ये परिवार के हित में है यदि वे लोग भी जवानी के जलवे दिखाने वालों की तरह कमर ​हिलाएंगे तो बेवजह का डाक्टर का खर्चा बड़ जायेगा। 
Read more »

लेबल:

बुधवार, 6 मई 2015

या​त्री बसों के ड्रायवरो के लिये भी ट्रेनिंग अनिवार्य शर्त होनी चाहिये

पिछले 15 दिनों से न्यूज में स्कूल बसों एवं या​​त्री बसों के ड्रायवरों द्वारा जाने अनजाने या कहें कि पूरी असावधानी में एक्सीडेंट हुए हैं। जो कि अनेक लोगों की अकाल मौत का कारण बने हैं। इन सभी एक्सीडेंटस को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। यदि प्रशासन या सरकार ये कानून लागू कर दें कि यदि
1. बस ड्रायवर शराब के नशे में एक भी बार ड्रायविंग करते पाया जाता है या वो आदतन शराबी है तो उसे हेवी लायसेंस से ​वंचित रखा जाये।
2. यदि कोई स्कूल बस बच्चो को बिना गेट बंद किये यात्रा कर रही है या उसमें जीपीएस नही लगा है। तथा जिसका ड्रायवर या कंडक्टर 35 साल के कम उम्र का बिना अनुभवी ड्रायवर है तो उस बस कंपनी पर भारी जुर्माना हो।
और भी सलाह मै यहां देना चाहता हूं लेकिन अभी समय की कमी है


3 april 2015




5 april 15

5 april 15

6 april 15

6 april 15

लेबल: ,

बुधवार, 25 मार्च 2015

काश फोरव्हीलर और दुपहिया वाहन के लिये समान व्यवहार करता ये प्रशासन

No petrol without helmet in MP
बहुत दिनों से या कहें कि बहुत वर्षों से कुछ सवाल मन में उठते हैं जैसे कि भले ही पूरे भोपाल में साल में एकाद बार ही नशे में फोरव्हीलर गाड़ियों के ड्रायवर्स की जांच होती हो, भले ही नियमों को ताक पर रख कर नो एंट्री टाइम में डम्परों को शहर में प्रवेश दिया जाता हो, भले ही अवैध होडिंग्स लगे हो जिन पर गैलेमर से भरपूर चित्र लगे हों, भले ही प्राइम लोकेशन की रोडों पर आधे—आधे ​फीट के गड्डे लोगो की जान के लिये आफत साबित हो रहे हों लेकिन जुर्माना वसूला जाता है केवल दुपहिया वाहनों के राइडरों से जो कि हेलमेट नही पहनते। मैने स्वयं और दूसरों पर सर्वे किया है कि ये जो हेलमेट हमारे आसपास मिलते हैं ​उन्हें हम जब पहनकर वाहन चलाते हैं उस समय हमें साइट का नही दिखता ये बात आपने भी अनुभव की होगी। नीचे जो न्यूज पेपर कटिंग लगी हुई है उसमें जो आदेश जारी करने की बात कही गई है, काश ऐसा ही एक आदेश फोरव्हीलर और हेवी ट्रकों के ड्रायवरो के लिये भी जारी किया जाना चाहिये जिन्हे डीजल या पेट्रोल देने से पहले ये जांचा जाये कि उन्होंने  किसी मादक पदार्थ का खासतौर से शराब  का नशा तो ​नही किया है।
Read more »

लेबल:

शुक्रवार, 27 फ़रवरी 2015

आॅनलाईन हो लेकिन जरा बचके

भारत में बनी हुई हिन्दी में " login connected online" movie कल देखी विडियोकॉन मूवी 1 पर बीच से, लेकिन समझ आ गई कि कैसे सेक्सी लड़कियां लड़को को फंसाती हैं और कैसे चॉकलेटी लड़के लड़कियों और घरेलू महिलाओ को पैसे के लिये यूस करते हैं। और कैसे कार्ड का फर्जीवाड़ा करते हैं लोग, जानकारी चुरा कर।

लेबल:

शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2015

आज ​थर्ड आई यानि ​तीसरी आंख की जरूरत आन पड़ी है।

requirement of cctv cameras for cutting crime
मै आये दिन न्यूज पेपर में खबर पढ़ता रहता हूं जिसमें कि भोपाल पुलिस को मेन चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से गंभीर अपराधों में लिप्त अपराधियों को पकड़ने में बहुत बड़ीं सफलताएं हाथ लगी हैं।
Read more »

लेबल:

बुधवार, 11 फ़रवरी 2015

रेल्वे के लिये कुछ सुझाव

suggestion for railway
रेल्वे के लिये कुछ सुझाव ताकि इस तरह की घटनाएं न हो
पिछले दो दिनों में और पिछले 3 माह पहले भोपाल रेल मंडल में बहुत दर्दनाक घटनाएं हुई हैं ​इन घटनाओं से किसी जनसमूह को हानि न होकर  किसी एक व्यक्ति् को इतनी हानि पहुंची है कि पूरा भोपाल उनके प्रति संवेदना से भर गया है। कुछ महिने पहले एक लड़की को चलती ट्रेन से फेक दिया गया था जो कि 2—3 माह से भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में कोमा में रही अब जाकर उसे होश आया है।
मुझे कुछ सुझाव सूझ रहे हैं यहां मै उन्हें इस लेख के माध्यम से रेल्वे को देना चाहता हूं :
Read more »

लेबल:

सोमवार, 9 फ़रवरी 2015

इस जमाने में हजारों रूपये से पाई सफलता


लेबल:

गुरुवार, 5 फ़रवरी 2015

हृदय परिवर्तन

आज सुबह—सुबह ये न्यूज पढ़ी लगा कि अच्छे कार्य को सबको बताना चाहिये इसलिये यहां आप सभी के साथ ये न्यूज शेयर कर रहा हूं।

5 feb 2015

लेबल:

बुधवार, 21 जनवरी 2015

प्रोडक्स की एक्पायरी डेट लिखने का फार्मेट चेंज होना चाहिये।

कोई भी प्रोडक्स जो आपके घर में किराने की दुकान से आ रहा है जैसे बिस्क्टिस, मैगी, तेल, चिप्स, इत्यादि जो भी हम अपने बच्चों को खिला रहे हैं और हम भी खा रहे हैं उन पर लिखा होता है मेन्यूफेक्चिरिंग ​डेट यानि की उत्पाद दिनांक लेकिन हम यदि इसकी एक्पायरी डेट पैकेट पर ढूंढे तो हम पाते हैं लिखा होता है best before 5 months बहुत ही बारीक अक्षरों में जिसे कि सी​नियर सिटीजन या 55 साल के व्यक्ति तो बिना लेंस के नही पढ़ सकते। और अधिकतर लोग शोपिंग मॉल या किराने की दुकान में बिना एक्यापरी पढ़ने के झंझट से बचते हुए एक्सपारी डेट का माल खरीद लेते हैं जो कि दुकानदार बेचने की फिराक में रहते हैं।
मेरा सुझाव ये है कि जहां मेन्यूफेक्चिरिंग डेट अंकित होती है उसी फार्मेट में उसी जगह एक्सपायरी डेट अंकित होनी चाहिये ताकि सभी पढ़ सके और एक्सपायरी डेट का माल खाने के होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बच सकें। खासकर बच्चे।

लेबल: