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गुरुवार, 25 जुलाई 2013

बारिश का आनंद

New toll-free phone number for electricity complaints in BHOPAL

कल मैने बारिश का आनंद लिया मैने आज तक इतनी जोरदार कडकती बिजली की आवाज भोपाल में पहली बार लगातार नही सुनी थी, विजय मार्केट बरखेडा भोपाल से सब्जी खरीदी, फिर रात 9 बजे घर आया जैसे ही बिस्तर पर बच्चे और मै सोने के लिये तैयारी कर रहे थे अवधपुरी भेल के दोनो Transformers उड गये 
toll-free phone number 18004203300 पर 2 बार कम्पलेंड की तब जाकर रात 1 बजे बिजली के दर्शन हुये जो कि बच्चो को मच्छर और गर्मी से बचाती है। मैने देखा की कैसे लाइनमैन और पूरी टीम बारिश में खम्भे पर चढकर नंगे हाथों से के तार जोड रहे थे


शुक्रवार, 19 जुलाई 2013

इनके खिलाफ कौन आवाज उठाएगा

 न्यूजपेपर्स में जो तांत्रिकों के क्लासिफाइड में ढेरो विज्ञापन प्रतिदिन छपते हैं उनसे ही महिलाओं और बच्चों पर अपराध बढते हैं। और आवश्यकता काॅलम में जो 10 से 20 हजार प्रतिदिन कमाओं लडके लडकियों की मसाज करने के लिये जरूरत है वाले विज्ञापन भी लोगों को लूट रहें हैं। रही सही कसर वो लोन वाले विज्ञापन पूरी करते हैं। इनके खिलाफ कौन आवाज उठाएगा ?

मंगलवार, 16 जुलाई 2013

जागो भाई सोने का समय नही है

जब हम रामायण, भागवत कथा, गीता हिन्दी में पढते हैं और सारे सास बहू के टीवी सीरियल हिन्दी में देखते हैं। डिस्कवरी नेटवर्क भी स्थानीय भाषा में प्रोग्राम दिखाता है तो एमबीए, इंजीनियरिंग और एमबीबीएस की पढाई हिन्दी में नही हो सकती क्या? हमारे आस पास भी हिन्दी मीडियम स्कूल गायब हो गये हैं। कभी आपने सोचा है कि डाक्टर्स हिन्दी में या स्थानीय भाषा में मरीज को दवाई का पर्जा क्यो नही लिखता। जबकि हमारे पूर्वज वैद्य कठिन से कठिन जडी बूटियों के नाम हिन्दी में लिख देते थे। हमारे देश में हर सर्वोच्च प्रशासनिक संस्था के चिन्ह में संस्कृत में श्लोक लिखे हुये है तो संस्कृत को बढावा देने के लिये स्कूल और टीचर क्यो नही दिखाई देते?

ध्यान दें
कार्टून चैनल्स हिन्दी में हैं।
मोबाईल में हिन्दी है।
फेसबुक में हिन्दी है
एटीएम में हिन्दी है
दूरदर्शन के ज्ञान दर्शन चैनल में अधिकतर प्रोग्राम इंग्लिश में हैं
डीडी भारती में में भी यही हाल है।
हमारे आस पास 90 प्रतिशत स्कूल्स इंग्लिश माध्यम में हैं।

21 JULY 2013

22 JULY 2013
27 july 2013

शुक्रवार, 12 जुलाई 2013

फेसबुक के लिये सुझाव

suggestion for facebook


फेसबुक को ऐसी तकनीक पर काम करने की जरूरत है जिससे कि एक महिला, लडकी, पुरूष या युवक एक ही प्रोफाइल बनायें और इनकी फोटो केवल वेब केम से ही मान्य हो जो कि आॅनलाईन फेसबुक द्वारा लिया गया हो। ताकि महिला, लडकी, पुरूष धोखा खाने से और जवान लडके जोकि अपने माता पिता की गाडी कमाई से शहरों में पढने आते हैं अपना पैसा और समय गंवाने से बच जायें।
ये पोस्ट इतने कम शब्दों में इसलिये लिखी है क्योंकि आप सभी को पता है कि फर्जी प्रोफाईल कितनी अधिक मात्रा में हैं और उनके क्या हानिकारक प्रभाव हमारे आस पास देखने को मिलते हैं.

किसी प्रोफाइल की संदिग्ध फोटो और गतिविधियां शांत मन में तरह तरह के विचार पैदा करती  हैं जिससे कि हमारा मन एक शंका से भर जाता है सामने वाला हमें अपने बारे में जो बताता है हम या तो उसे मान लेते हैं या उसे संदिग्ध मान कर छोड देते हैं यदि हम वही मान लेते हैं जो संदिग्ध प्रोफाइल वाला वंदा या वंदी हमें विश्वास दिलाना चाहता है तो हम एक धोखे का शिकार होते हैं क्योंकि उसका फोटो ही उसके परिचय को झूठा घोषित कर रहा होता है। फोटो होता है किसी माॅडल या किसी सेलिब्रिटी का।