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मंगलवार, 30 जून 2015

कितना भी हाथ पैर मार लो हिन्दी वेबसाइट का ट्रेफिक बढ़ाना आज भी टेढ़ी खीर है।

how to increase hindi website traffic
मै ये पोस्ट परेशाान होकर नही अपितु ​मार्गदर्शन के लिये लिख रहा हूं उन लोगों के लिये जिन्होने हाल ही में वेबसाईट शुरू की है हिन्दी में। या वे किसी लालच में आकर अपनी हिन्दी में वेबसाईट शुरू करना चाह रहे हैं। आज दिनांक तक मेरा जो ब्लाग है वह आज भी एक उम्मीद से कोसो दूर है जो कि मैने आज से 7—8 साल पहले की थी, जब मैने अपना ब्लॉग शुरू किया था। चूंकि मै हिन्दी मिडियम से पढ़ा ​हूं तो इंग्लिश में चाह कर भी आत्मविश्वास की कमी से ब्लॉग नही बनाया या लिख सका। यदि आप भी निराश हो चुके हैं तो धैर्य रखिये कोई जादुई ट्रिक या एक साथ ढेर सारा ट्रेफिक बढ़ाने वाले दावो में मत आईये क्यूकि वे आपकी वेबसाईट का ट्रेफिक कुछ समय तक ही बरकारार रखते जब तक आप उन्हे भुगतान करते हैं उसके बाद आपकी साईट वापस औंधे मुंह नीचे गिर जाती है ट्रेफिक के मामले में। कोशिश करें की वास्तविक तरीकों को अपनाये जिसे टेक्निकल भाषा में आॅर्गेनिक ट्रेफिक कहते हैं। कुछ आजमाये ​हुए तरीके मै यहां बता रहा हूं लेकिन ये आपका ट्रेफिक एकदम से नही बढ़ाएंगे बक्लि आपकी वेबासाइट के लिये ईमानदार पाठक बढ़ाएंगे —

शनिवार, 27 जून 2015

आॅन लाईन शॉपिंग करना क्यो जरूरी होता जा रहा है।

याद किजिए जब कभी आप किसी मोबाईल स्टोर पर जाते हैं तो दुकानदार या शॉप कीपर आपको कुछ मोबाईल्स दिखाने के बाद अपनी पर आ जाता है। या ये कहें कि वह ऐरिटेट या चिढ़ने लगता है, आपसे पूछने लगता है कि आपका क्या बजट है या किस रेंज में मोबाइल चाहिये। फिर यदि आप शर्मीले या दबू किस्म के हैं तो आप उस दुकानदार की बाते सुनकर या तो जल्दीबाजी में एक घटिया या कम फिचर वाला मोबाइल्स खरीद लेते हैं। यदि आप सुनने के आदि नही हैं तो आपकी दुकानदार से बहस पक्की है। पर आप हर दुकान पर जाकर यह व्यवहार तो सहन नही कर सकते।

घरेलू नुस्खे

baba ramdev yoga for heart blockage
आज सुबह सुबह आस्था चैनल पर देखा कि बाबा रामदेव जी के योग स्थल हरिद्वार में एक बुजुर्ग ने दावा किया कि उनके दोस्त की हार्ट ब्लोकेज की बजह से आॅपरेशन की नौबत आ गई ​थी। लेकिन उन्होनें उसे आॅपरेशन करवाने के लिये मना करवा दिया और बाबा रामदेव की घरेलू नुस्खे वाली किताब से बताया कि प्रतिदिन शहद और प्याज का रस चाटे। कुछ समय बाद उनके दोस्त के सारे ब्लोकेज हट गये। और आज वे नार्मल लाईफ जी रहे हैं।


बुधवार, 3 जून 2015

हम स्मार्टफोन पर आखिर करना क्या चाहते हैं

creative uses of smartphones
ये पोस्ट में स्मार्टफोन से उब कर लिख रहा हूं। ताकि आप सभी कमेंट के माध्यम से ये पोस्ट पढ़ने वालों को सूझा सकें कि आखिर पोर्न साइट्स, फेसबुक, ​फ्री कॉलिंग एप्स, गेम, वाट्सएप, मेल चेक करने, अपनी सेल्फी लेने इत्यादि से जब हम स्मार्टफोन पर बोरित का अनुभव करने लगें। तब हम सोचते हैं कि जैसा कि आइडिया कम्पनी के विज्ञापन में दिखाया जाता है आईआईएन से लोग सीख कर पैसा कमा सकते हैं। वैसा ही हम क्या करें कि कुछ नया नेट से सीख सके। वैसे ये असंभव प्रतीत होता है क्योकि विज्ञापन में तो कुछ भी दिखाते हैं।
मुझे तो अभी तक एक ही आइडिया सूझा है कि हिन्दी में कुछ फ्री बुक्स सर्च करें और उसे पढना शुरू करें अपनी रूचि के अनुसार. जरूरी नही कि आपने किताब शुरू की है तो पूरी करें जैसे जैसे आपका मन किताब पढने में लगे पूरी करें। अश्लील साहित्य को हॉ कहें लेकिन साथ साथ अपने दिमाग को ये भी समझाये कि इसको पढने से शरीर को कुछ खास फायदा होने वाला नही।

रिलायंस ​प्रीपेड सिम के साथ मेरा अनुभव

मैने अप्रैल माह में एक दुकान पर रिलायंस प्रीपेड सिम का एक आॅफर देखा जिसमें कि 300 रूपये में 3 माह तक प्रतिमाह 2 जीबी 3जी इंटरनेट डाटा मिलेगा ऐसा बताया गया था। मैने शीघ्र ही उसे खरीद लिया था। 1 माह तो नेट कम्प्यूटर और मोबाइल पर बिना रूकावट चला। किंतु जैसे कि दूसरा माह शुरू हुआ नेट कनेक्ट होना ही बंद हो गया कम्प्यूटर और मोबाइल दोनों पर। अत: मैने कस्टमर केयर पर समस्या बताई तो बताया गया कि कुछ समय बाद आप मोबाइल को बंद कर चालू करें और उन्होने जो सेटिंग्स बताईं वे सभी मैने की, लेकिन नेट चलने का नाम ही नही ले रहा था। अत: मैने दुबारा कस्टमर केयर पर सम्पर्क करने की कोशिश की ले​किन 5 दिन