रेल्वे के लिये कुछ सुझाव ताकि इस तरह की घटनाएं न हो
पिछले दो दिनों में और पिछले 3 माह पहले भोपाल रेल मंडल में बहुत दर्दनाक घटनाएं हुई हैं इन घटनाओं से किसी जनसमूह को हानि न होकर किसी एक व्यक्ति् को इतनी हानि पहुंची है कि पूरा भोपाल उनके प्रति संवेदना से भर गया है। कुछ महिने पहले एक लड़की को चलती ट्रेन से फेक दिया गया था जो कि 2—3 माह से भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में कोमा में रही अब जाकर उसे होश आया है।
मुझे कुछ सुझाव सूझ रहे हैं यहां मै उन्हें इस लेख के माध्यम से रेल्वे को देना चाहता हूं :
1. यदि आप ट्रेन का प्लेटफार्म एनटाइम पर चेंज करें तो ट्रेन आने के कम से कम 20 मिनिट पहले announcement करें।
2. यदि आप कोच नं. डिस्प्ले के हिसाब से गाड़ी नही खड़ी कर पा रहें हैं तो गाड़ी को कुछ ज्यादा समय के लिये प्लेटफार्म पर खड़ा करें।
3. ऐसे कोच भविष्य में बनाये जिनके कि ट्रेन के प्लेटफार्म छोड़ते ही गेट स्वत: बंद हो जायें।
4. जो विकलांग व्यक्तियों के लिये आधा कोच होता है उनमें सामान्य यात्रियों का प्रवेश निषेध करें विकलांगों के परिजनों को छोड़कर।
और भी बहुत से सुझाव हैं लेकिन अभी समय की अल्पता के कारण नही लिख् पा रहा हूं।
10 feb 2015 bhaskar bhopal |
11 feb 2015 bhaskar bhopal |
21 feb 2015 |
4 march 2015 |
20.03.2015 |
20.03.2015 |
आपके सुझाव उपयोगी है . . . इससे रेलवे हादसों जो गाड़ी पकड़ने और छोड़ने के समय होते है, इनमे कमी आएगी... धन्यवाद
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