रविवार, 31 मार्च 2024

त्रिया चरित्र

 त्रिया चरित्र औरतों की सत्य कथाएं पढ़ लो लगभग सब एक जैसी। त्रिया चरित्र औरत पूरे जहां का कहना मानती है केवल अपने पति को छोड़कर। और यह त्रिया चरित्र औरत तीन पीढ़ियां बर्बाद कर देती है। त्रिया चरित्र औरत के बच्चे जब तक छोटे रहते हैं उनको समझ नहीं आता लेकिन जब वह बड़े होते हैं तो उन्हें सब समझ में आता है और वह अपनी माता से नफरत करने लगते हैं। उनको यह समझ में आता है कि यह हमारे पिताजी की नहीं हुई हमारा भला कैसे सोचेगी।

शुक्रवार, 29 मार्च 2024

फॉर्मेलिटी वाला आदेश

 मैं लगभग 30 साल से देख रहा हूं हमेशा हर साल कोई सी भी गवर्नमेंट हो कांग्रेस की या बीजेपी की हर साल आदेश जारी होते हैं स्कूल मजबूर नहीं करेंगे अभिभावकों को एक दुकान से कोर्स खरीदने के लिए। लेकिन दुकानों पर भीड़ लगी हुई है एक या दो दुकान है उसके अलावा उस स्कूल का कोर्स कहीं नहीं मिलता। जब एक देश एक राशन हो सकता है तो एक प्रदेश और एक कोर्स क्यों नहीं हो सकता। अप्रैल में स्कूल इसलिए खुलने लगे हैं ताकि मां-बाप समर वेकेशन में पैसा खर्च करके ना घूम आए । नहीं तो इन किताब कॉपी वालों को कुछ नहीं मिलेगा।

सफेद यूनिफॉर्म

 सालों से जब हम छोटे थे तब से लेकर अभी तक आज हमारे बच्चे भी व्हाइट यूनिफॉर्म पहन रहे हैं। पहले बाहर की कंपनियों ने दिमाग लगाया था। कुछ बड़े स्कूलों में सफेद यूनिफॉर्म का चलन बढ़ाया गया जिस दिन स्पोर्ट्स day रहता था ताकि यूनिफॉर्म ज्यादा गंदी हो और लोगों को साबुन सोडा खरीदना पड़े। इसी चलन को छोटे स्कूल वाले भी अपनाते गए और आज उसका फायदा बड़ी-बड़ी कंपनियां उठा रही हैं। स्पोर्ट्स डे में काली टीशर्ट होती तो इनका साबुन सोडा कौन खरीदता। एक और भेड़ चाल देखने को मिलेगी अभी इतनी गर्मी में बच्चों को टाई पहन कर बुलाएंगे। 

गुरुवार, 28 मार्च 2024

सतयुग और कलयुग

 पहले के युगों में कोई कानून कायदा था नहीं रावण को मारो चाहे कंस को कोई कानून के चंगुल में नहीं फसता था। इस युग मे राम हो चाहे रावण सबको कानून के बंधन में रहना पड़ता है। अभी भी बहुत सारी सुपनखा  मौजूद है लेकिन उनको टच करने में ही आप कानून के दायरे में आ जाएंगे। नाक काटने की तो बात बहुत दूर की है। बस एक चीज है कि दुशासन को कोई भी सजा दे सकता है। चलते-फिरते। उन युगों में बहुत सारी पत्नियां खून चूसने के लिए रहती थी यहां तो कानूनंन एक ही होती है।  पहले एक ke तानो से छुटकारा पाना है तो दूसरी के पास चले आओ।  यहाँ तो एक से छुटकारा पाने के लिए बहुत पापड़ बेलने पड़ेंगे।  लोग सतयुग की बातें करते हैं लेकिन उन्हें अपनाना कोई नहीं चाहता । कोई बेटा नहीं चाहता कि उसके पिताजी की चार पत्नियों हो। 

शुक्रवार, 22 मार्च 2024

क्या यह सही है

 बच्चे यदि ज्यादा मार्क्स ला रहे हैं परसेंटेज ला रहे हैं. मुझे नहीं लगता कि सोशल मीडिया पर शेयर करना चाहिए क्योंकि और भी जो पेरेंट्स हैं. उनके बच्चे यदि पढ़ाई में कमजोर हैं तो कहीं ना कहीं वे लोग ईर्ष्या या ग्लानि महसूस करते हैं. जैसे रिन साबुन के ऐड में एक महिला दूसरी महिला को देखकर सोचती है कि इसकी साड़ी मेरी साड़ी से सफेद कैसे. दूसरों को परेशानी हो न हो लेकिन जो रिश्तेदारी में लोग होते हैं उन्हें सबसे ज्यादा इर्षा होती है. बाकी आपकी मर्जी.

मंगलवार, 19 मार्च 2024

हमारे देश में टोल टैक्स बंद होना चाहिए

 हमारे देश में खाने से लेकर धोने तक पर हर चीज पर टैक्स लिया जा रहा है। उसके बाद भी टोल टैक्स देना पड़ता है

यदि यह टोल टैक्स बंद हो जाए तो बहुत सारी चीज खाने-पीने की और जो हम यूज उसे करते हैं वह सस्ती हो जाएं। डीजल पर टैक्स पेट्रोल पर टैक्स गाड़ी खरीदो तो टैक्स गाड़ी का गाड़ी के हर पार्ट्स पर ढेर सारा tax। उसके बाद भी टोल टैक्स ।बैंक जो रोड बनाने के लिए कर्ज देती है ठेकेदार को वह भी तो जनता का पैसा है बैंक ने थोड़ा ना कहीं से कमाया है। जब ठेकेदार बैंक से कर्जा लेकर हाईवे रोड बनाएगा तो जो टैक्स का पैसा है वह कहां जा रहा है। 

गुरुवार, 7 मार्च 2024

हमारे देशवासियों के लिए ही कठिनाई पैदा कर दी गई है

 मान लीजिए किसी बुजुर्ग का आधार कार्ड नहीं बना अब उनके पैर कवर में लटक रहे हैं संपत्ति के लिए उनका आधार कार्ड और बैंक अकाउंट के लिए आधार कार्ड जरूरी है अब उनके अंतिम दिनों में लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए आधार सेंटर जा रहे हैं आधार केंद्र में अब नियम यह हो गया है के स्टेट और सेंट्रल से दोनों से वेरीफाई होगा तब जाकर 18 साल से ऊपर के बंदे का आधार कार्ड बनेगा उसके लिए कम से कम 180 दिन मतलब 6 महीने का समय चाहिए पड़ता है यह है 5G की स्पीड।

 यह कुछ दूसरे देशों के लोगों के लिए नियम कायदे बनाए गए थे ताकि वे लोग फर्जी नागरिकता न ले ले लेकिन इसका नुकसान देशवासियों को हो रहा है।  यमराज थोडे ही वेट करेंगे कि उसका आधार कार्ड बने और वह उसको लेकर जाएं।

जागों रे

 हमारे हिंदुओं के त्योहारों को कुछ रंगे सियारों और बगुला भक्तों ने अपने बिजनेस के लिए महोत्सव में कन्वर्ट कर दिया है यह महोत्सव पब्लिक पब्लिसिटी की मदद से मनाते हैं और उनमें इनकी कमाई होती है अरे हिंदुओं जागो। रात दिन गाना सुनने से कुछ नहीं होगा जागना पड़ता है अपने त्यौहार अपने घर में मनाओ मंदिर में दर्शन करो लेकिन इनके झांसे में मत आओ

बुधवार, 6 मार्च 2024

पुरुष की अशांति का कारण

 आज मैंने अपने गुरु जी की दिव्य वाणी सुनी जिसमें शांति के बारे में बताया गया है महिलाएं बहुत जल्दी शांत हो जाती हैं और शांति उनका स्वभाव होता है क्योंकि जब उनका जन्म होता है तो बताया गया कि Xx के मिलने से होता है और उनमें जो 48 अणु होते हैं उनमें 24 24 बराबर होते हैं जबकि जब पुरुष का जन्म होता है तो xy से होता है और उसमें 24 24   न होकर 24 23 अणु इस एक अणु की कमी  जिंदगी भर पुरुष को दौड़ते रहते हैं और  आविष्कार अधिकतर पुरुष ही करते हैं और जमीन से लेकर चंद्रमा की यात्रा भी इन्हीं के द्वारा होती है। दिव्य पुरुष जो होते हैं वह एक अणु की कमी को पूरा कर लेते हैं। और भी बहुत कुछ बताया लेकिन यहां मैंने बहुत ही संक्षेप में डाला

मंगलवार, 5 मार्च 2024

पढ़ाई का बोझ दिमाग पर मत डालो

 मेरे हिसाब से पढ़ाई यह होती है की 1 किलो कपास और 1 किलो लोहा हमें पढ़या जाता है कि दोनों बराबर होते हैं लेकिन समझ ये होती है कि 1 किलो कपास किसी को फेंक कर मारोगे तो उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा लेकिन 1 किलो लोहा किसी को फेंक कर मार दिया तो भगवान को प्यारा हो सकता है। इसलिए कभी भी यह मत सोचो कि सामने वाला मुझसे ज्यादा पढ़ लिख कर आया है तो वह समझ में भी हमसे आगे होगा। क्या पता वह समझ में हमसे बहुत ज्यादा पीछे हो

सोमवार, 4 मार्च 2024

लघुता का गोरांवित एहसास

 एक उम्र के बाद हम अपने आप को लघु महसूस करने लगते हैं । और हमें मर्यादा में रहना पड़ता है। क्योंकि हमारे जो बड़े भाई या बड़ी बहन है हमें यह समझ में आता है कि हमारे माता-पिता ने हमसे 3 साल पहले उन्हें जन्म दिया और वह अनुभव में और उम्र हमसे तीन वर्ष आगे हैं। इस लघुता का अनुभव तब होने लगता है जब हम अपने बच्चों को स्वयं समझाते हैं कि तुम्हारी बड़ी बहन से तमीज से बात करो या तुम्हारे बड़े भाई से नम्रता से बात करो।

रविवार, 3 मार्च 2024

विधायक कप

 विधायक कप में सालों से क्रिकेट ही क्यों खेला जा रहा है हमारा राष्ट्रीय खेल हॉकी या फिर फुटबॉल या बैडमिंटन और दूसरे खेल क्यों नहीं खेले जाते जब इनको खेलना स्टार्ट करेंगे तभी तो लोग उसमें रुचि अपनी बढ़ाएंगे कुछ दिनों बाद मेरे को लगता है क्रिकेट के बाद लूडो भी खेला जाने लगेगा क्योंकि ज्यादातर लोग वही खेलते हैं। विधायक कप में कम से कम दूसरे खेल भी जिसमें लड़कियां शामिल होती हैं उनको भी शामिल करना चाहिए ताकि लड़कियों का भी उत्सव बड़े।