सुदामा और श्री कृष्ण भगवान जैसा उदाहरण अब कलयुग में बहुत ही कम देखने को मिल रहा है क्योंकि हमारे देश में ही सुदामा पढ़ रहे हैं सरकारी स्कूल में और श्री कृष्ण जैसे अमीर लोग पढ़ रहे हैं कॉन्वेंट स्कूल में। हां करण और दुर्योधन जैसे उदाहरण बहुत सारे मिल जाएंगे। जिसमें दुर्योधन को अपना स्वार्थ सिद्ध करना हो।
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