हमें कमाने के लिए यह देखना जरूरी है कि हम कहां अपना समय निवेश या कहें अपना टाइम इन्वेस्ट कर रहे हैं ताकि हमें बाद में यह ना पता पड़े कि हमने अपना समय गलत जगह बर्बाद किया। इससे अच्छा हम कहीं और अपना समय इन्वेस्ट करते तो हमें अपने अपेक्षा और लोगों की तरह एक लांग टर्म वाले लाभदायक रिजल्ट प्राप्त होते।
मैं यहां आपको दो आम दिनचर्या के छोटे से उदाहरण देना चाहता हूं। देखें एक बंदा जो की एक छोटी सी कंपनी में जॉब करता है और पूरे लगन से बिना इंक्रीमेंट की परवाह किए लगभग 8 साल तक उस कंपनी में निकाल देता है 8 साल बाद उसे पता पड़ता है जो बॉस है वह है लगभग मौज मस्तीखोर । उसकी नजर में केवल गधा हममाली करने वाले लोग या रात दिन यस बॉस बोलने वाले लोग ही काम कर सकते हैं ना तो उस बंदे का कोई खास इंक्रीमेंट हुआ ना उसने कुछ अपना सेव कर पाया और लास्ट में उसे जॉब को उसको छोड़ना पड़ा। दोबारा एबीसीडी से शुरू करना पड़ा।
इसी तरह और छोटा उदाहरण है एक बंदा ड्राइवरी की जॉब के लिए एक बहुत बड़ी जगह अप्लाई करता है क्योंकि वैकेंसी मार्केट में निकली हुई थी तब उसे उस नौकरी को उसे प्राप्त करने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी वह भी अचंभित था कि यह जॉब इतनी आसानी से कैसे मिल गई। लगभग एक या दो साल तक मेहनत करने के बाद मलिक ने उससे कहा कि हमारा पुराना ड्राइवर जो की अर्जेंट प्रॉपर्टी के विवाद में गांव चला गया था अब उसका प्रॉपर्टी का विवाद सुलझ गया है अब वह वापस आ गया है। तो कृपया आप कल से ना आए उस बंदे को बाद में पता पड़ा कि उसे मलिक ने टेंपरेरी उस बंद को नौकरी से अलग किया था और उसे नौकरी पर रखा था उस बंदे ने रात दिन ड्राइवर के अलावा नौकर का भी काम किया ताकि उसकी नौकरी परमानेंट रहे तो।
यह दो छोटे से उदाहरण थे बाकी बड़े उदाहरण आप खुद अपने जीवन में प्राप्त कर सकते हैं
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