मैं अपनी तारीफ नहीं करना चाहता लेकिन मैं यह लोगो की जानकारी के लिए बताना चाहता हूं की सरकारी बैंक लोगों को कितना परेशान करती है। मेरी वाइफ अक्टूबर से लेकर आज तक बैंक में परेशान हो रही थी मेरी बच्ची के एटीएम कार्ड के लिए। फिर कल उन्होंने लिफ़पे का नंबर दिया पोस्ट ऑफिस का की कार्ड वहां रखा हुआ है । आज मैं पोस्ट ऑफिस में गया उन्होंने बोला हमने बैंक में डिलीवर कर दिया है परसों। मेरे बैंक में जाने के बाद वो महोदय बोलते हैं कि उन्होंने यहां क्यों डिलीवर किया । उन्होंने इसका जवाब लेेने के लिए मुझे दोबारा पोस्ट ऑफिस भेजना चाहा। तब मैंने उनसे बोला कि जब डिलीवर करने आए थे तो आपने रिसीव क्यों कर लिया। जब मैंने अपना दूसरा रूप दिखाया पूरे के पूरे एक साइड खड़े हो गए कार्ड देने के लिए। 1 घंटे के अंदर मेरी बेटी को कार्ड मिल गया। एक घंटा लगा क्योंकि मुझे घर से वाइफ और बेटी को लाना पड़ा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें