आपसे कोई बोल्ट खुल नही रहा और लगें हैं किस्मत को रोने फिर आप चले ईश्वर को मनाने कर्मकांडों के चक्कर लगाने। और भले ही आप अंधविश्वासो को बढ़ाने वाले के चक्कर लगाते रहें, चाहें तो अपनी परिस्थितियों या अपनी एजूकेशन सिस्टम को कोसें फिर भी आप जो बोल्ट है कसा हुआ उसे अभी भी बिना किसी टूल के हाथों से ही खोलने की कोशिश कर रहे हैं तो आपको सद्गुरू की जरूरत है जो आपको उस विशेष टूल की जानकारी देगा जिससे कि उस किस्मत के बोल्ट को आप खोलने की सही जानकारी पा लेंगे जरूरत है आपके परिश्रम की और टूल की उपलब्धता अपने लिये सुनिश्चित करने की।
यहां बोल्ट आपकी समस्या है।
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