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मंगलवार, 2 अगस्त 2011

संडे या विज्ञापन डे

  क्या आपको लगता है कि इंडियन मूवी चैनल्स और अन्य चैनलों के दिन लद गये हैं जब हम संडे को कोई हिन्दी मूवी चैनल लगा कर बैठते हैं तो बडी मुश्किल से किसी चैनल पर फिल्स चलती हुई पाते हैं और जब हम उस चैनल को लगा लेते हैं तो वही रिपिट मूवी या कोई नई मूवी देखने को मिल जाती है लेकिन ये क्या नई मूवी मुश्किल से 10 मिनिट चलती है फिर इन चैनलों पर विज्ञापन 10-15 तक दिखाये जाते हैं और हम इन विज्ञापनों में खो जाते है और जब होश आात है तो याद आता है कि हम इस चैनल पर फिल्स देख रहे थे वह कहाँ गई। अपने देश में ऐसे चैनल है जो पिछले 7-8 सालों से पूरे वर्ष भर एक निश्चित अंतराल में एक ही मूवी रिपिट करते रहते हैं। मुझे लगता है ये टीवी फिर बीबी वाला विज्ञापन इन्हीं चैनलों को देख कर बनाया गया है। लगता है ये 3जी इन चैनलों का भटटा बहुत जल्द बैठा देगा और हमें बिना डीटीएच के और भी चैनल्स देखने की आजादी मिलेगी। बैसे मैं पूरे वर्किग डे  में  डिस्कवरी के चैनल्स देखता हूँ पर संडे को फैमली के साथ फिल्स देखना पसंद करता हूँ और चैनलों को चेंज कर खोजता रहता हूँ शायद किसी चैनल पर कोई बिना ब्रेक की मूवी मिल जाये। आजकल जो प्राइवेट कम्पनियों जैसे विडियोकॉन जो मेरे घर पर लगा है अपने स्वयं के मूवी चैनल्स दिखाते हैं लेकिन उनसे कोई उम्मीद करना बेकार है ये तो इनके भी बाप हैं ये तो पूरे हफ्ते कभी कभी तो 3 हफ्तों तक एक ही फिल्स एक ही समय पर रिपिट करते रहते हैं। आपका क्या नजरिया है इस बारे में कमेन्टस के माध्यम से बतायें

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