महाकाल लोक बनाने की जरूरत क्या थी मंदिर की प्राचीनता खत्म कर दी आए दिन सबसे बड़ा घूसखोरी का अड्डा पंडित लोगों का महाकाल मंदिर बन चुका है सबसे ज्यादा फर्जी भिखारी वहीं पर करोड़पति हो रहे है । आए दिन पेपर में न्यूज़ आ रही है किसी दूसरे धर्म के धर्मस्थल के साथ ऐसा करके देखिए फिर विरोध झेलिए । सरकार ने कमाई का जरिया बना लिया है मंदिरों को। आम आदमी तो महाकाल के दर्शन कर ही नहीं सकता उसके लिए उसे vip होना पड़ेगा। यही हाल म सलकनपुर देवी के मंदिर की भी होने वाली है क्योंकि वहां पर भी सलकनपुर लोक बन रहा है। कम से कम हिंदू धर्म के सर्वोच्च लोग हैं उनसे अनुमति तो लेना चाहिए। आस्था के केंद्र को पर्यटन स्थल बना डाला।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें