शनिवार, 21 फ़रवरी 2015

शिकारी खुद शिकार हो गया।

Kanha National Park

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2 टिप्पणियाँ:

यहां 21 फ़रवरी 2015 को 6:22 pm बजे, Anonymous बेनामी ने कहा…

♠♠♠♠♠♠♠ लड़ाई जानवर की हो या इंसान की दोनों ही बुरी होती है .... बेचारे शेर इस बात को नहीं समझ सके ♠♠♠♠♠
मेरे ब्लॉग पर आप सभी लोगो का हार्दिक स्वागत है.

 
यहां 21 फ़रवरी 2015 को 6:26 pm बजे, Blogger डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

सार्थक प्रस्तुति।
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (22-02-2015) को "अधर में अटका " (चर्चा अंक-1897) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

 

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