मंगलवार, 21 अक्टूबर 2014

दीपोत्सव की सभी को हार्दिक मंगलकामनाएं

उठो निराश अब वीर जवानों,
नभ् में उजाला भर दो,
इस अंधियारी रात को,
दिन के उजाले से सा कर दो,
आशा की पगडंडी पर चलकर,
सपनों को साकार कर लो,
भूले हुये अपने लक्ष्यों को याद कर लो,
इस दीपोत्सव पर कुछ मनन कर लो, कुछ मनन कर लो,
उठो निराश अब वीर जवानों
जीवन में उजाला कर लो।
                                   —भगत सिंह पंथी

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