pic1 click on it for zoom |
कभी-कभी हमारे यहाँ नेटबंद हो जाता है और उसी समय हमें अपने जीमेल से कुछ पुराने ईमेल देखनी होती हैं। इस स्थिति में आपको अपने मोबाईल से या नेटकैफे की शरण लेनी पड़ती है जिसमें की आपका समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती है। इस स्थिति से बचने के लिये आप अपने जीमेल में आॅफलाइन आप्शन को ईनेवल कर बच सकते हैं :
सबसे पहले यदि आपके कम्प्यूटर में गूगल क्रोम न हो तो यहॉं से उसे इंटाल करें और कम्प्यूटर रिस्टार्ट करें।
यदि आपके कम्प्यूटर में पहले से ही गूगल क्रोम है या आपने अभी-अभी इंटाल किया है तो गूगल क्रोम खोलकर इसमें जीमेंल में लॉगिन करें।
अब जीमेल में राइट साइट में सबसे ऊपर जो सेटिंग्स का आप्शन दिखाई दे रहा है उस पर क्लिक करें।
click on it for zoom |
अब चित्र 1 के अनुसार आॅफलॉइन आप्शन पर क्लिक करें।
अब जो विंडो खुलेगी चित्र 2 के अनुसार आॅफलाइन आॅप्शन को इनेवल करें और अपने अनुसार 1
माह या जितने भी समय की मेल आपकों भविष्य में आॅफलाइन देखनी हो चुने और सेव जरूर करें।
अब आपके सामने एक अलर्ट मैसेज आयेगा चित्र 3 के अनुसार नेक्स्ट पर क्लिक करें।
अब चित्र 4 के अनुसार ओके करें
अब चित्र 5 के अनुसार इंटालिंग शुरू जो जायेगी इसका कम्प्लीट होने का इंतेजार (प्रतीक्षा) करें
अब चित्र 6 के अनुसार आपके डेक्सटॉप पर एक जीमेल का शार्टकट आ गया होगा उस पर क्लिक कर आप अपना जीमेल नेट बंद हो जाने पर क्लिक कर चेक कर सकते हैं।
कृपया उन्हीं ईमेल को देखनें की उम्मीद रखें जो हाल ही में नेट बंद हो जाने से पहले आपके इनबाक्स में आ चुके थे।
बहुत उपयोगी जानकारी!
जवाब देंहटाएंमगर आप पहले वर्ज-वेरीफिकेशन भी तो हटाइए!
इससे कमेंट करने में बार-बार भाषा बदलनी पड़ती है!
Good,informative blog,by chance I noticed it.Pl keep writing.Content is useful and we hope for a better performance.
जवाब देंहटाएंmy best wishes.
dr.bhoopendra
rewa
mp
सुंदर जानकारी ।
जवाब देंहटाएंबहुत उपयोगी जानकारी. धन्यवाद. आदरणीय, नमस्कार! मैंने मातृ भाषाओं के हक़ में एक दस्तावेज लिखा है जो हिंदी, पंजाबी, डोगरी, तामिल, तेलुगु, कन्नड़, मैथिलि, उर्दु, और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध है. इस दस्तावेज का नाम 'भाषा नीति के बारे में अंतरराष्ट्रीय खोज: मातृ भाषा खोलती है शिक्षा, ज्ञान और अंग्रेजी सीखने के दरवाज़े' है. आप इसे हिंदी, पंजाबी, मैथिली, तामिळ, तेलुगू, कन्नड़, उर्दू, और अंग्रेजी में http://punjabiuniversity.academia.edu/JogaSingh/papers (कुछ हिंदी प्रतियाँ नत्थी हैं). अंतरजाल पते से पढ़ सकते हैं. पीडीएफ प्रति चाहें तो मुझे अपना विद्युत पता भेज कर मंगवा सकते हैं. इस दस्तावेज में भाषा के मामलों सम्बन्धी दुनिया भर की खोज, समझ और व्यवहार का सार दिया गया है और दिखाया गया है कि मातृ भाषाओं की अनदेखी से भारत को कितने ज़्यादा शैक्षिक, विकासपरक और वाणिज्यपरक नुकसान हो चुके हैं और हो रहे हैं. उपरोक्त पते पर भाषा सम्बन्धी कुछ और लेख भी पड़े हैं. कोई दस्तावेज अच्छा लगे तो आगे बांटियेगा. सधन्यवाद!,
जवाब देंहटाएंभाषा के मुद्दों पर तीन वीडिओ पंजाबी में इन
1. http://www.youtube.com/watch?v=a8w6xNrCP88,
2. http://www.youtube.com/watch?v=Ux8Bg95BSRg,
3. http://www.youtube.com/watch?v=w4njNvR4UI0&feature=share. पतों से और एक वीडिओ अंग्रेजी में इस पते से देख सकते हैं. https://www.youtube.com/watchv=Xaio_TyWAAY&feature=youtu.be
जोगा सिंह,कॉमनवैल्थ वजीफा प्राप्त , प्रोफेसर व पूर्व अध्यक्ष, भाषा विज्ञान विभाग, पंजाबी विश्वविदियालय, पटियाला - 147002, jogasinghvirk@yahoo.co.in, +91-99157-09582