सबसे पहले हमें अपनी बढ़ती हुई बच्ची या लड़की को स्कूटी या गाड़ी दिलाना चाहिए और उसे सीखना चाहिए कि घर से कोचिंग गाड़ी से ही जाना है क्योंकि मैं फिल्ड में रहता हूं और मैं देखता रहता हूं की लड़कियों को झांसे से में लेने की शुरुआत पैदल चलती लड़की को बातों में फंसा कर बोला जाता है क्या मैं आपको कोचिंग या कॉलेज छोड़ सकता हूं इस तरह से लड़कियां लड़कों के जाल में फंस जाती हैं आए दिन हर कभी देखता रहता हूं बेचारी लड़कियां गरीब घर की उनके झांसे में आ जाती हैं। और कुछ अच्छे घर की लड़कियां अपनी स्कूटी खड़ी करके लड़कों के साथ घूमती रहती हैं।
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