एसबीआई बैंक में आप जाओगे तो आपको लगता है बैंक वाले काम करके आप पर अहसान कर रहे हैं वह बहुत बड़ा काम कर रहे हैं आपको सेवा देके यह बैंक वाले भी सोचते हैं। लेकिन जब आप किसी बड़े प्राइवेट बैंक में जाओगे तो आपको लगता है कि आपने उनके बैंक में अकाउंट खोलकर उन पर बहुत बड़ा एहसान किया है वह लोग आपकी सेवा में खड़े रहते हैं। गवर्नमेंट बैंक में आपको बहू वाली फीलिंग आती है लगता है हर टेबल पर सास नंद बैठी हुई है और प्राइवेट बैंक में आपको दामाद वाली फीलिंग आती है लगता है जैसे हम अपना ससुराल में आए हो।
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