कुछ लोग रिजर्व नेचर होते हैं और जो वह अंदर होते हैं उसके ऊपर एक चोला ओढ़कर बाहर को कुछ ओर दिखाते हैं जैसे किसी ऊपर गुस्सा आ रहा है लेकिन वह इतने मेनर से उसको प्यार से बात करते हैं ताकि उसे पता ना पढ़े की उसके प्रति उनके अंदर जहर भरा हुआ और यही जहर धीरे-धीरे उनके अंदर बीमारी बनता है जाता है यदि आपके अंदर गुस्सा है तो कहीं ना कहीं निकालिए भले ही कोई शौक पूरा करने के लिए या किसी उसके गलती पर चिल्ला करके निकालिए जिसमे एनर्जी बेस्ट होती हो अन्यथा वह अंदर एक बीमारी बन जाती है।
सही है अंदर का गुस्सा हो या कटुता का भाव उसे बाहर न निकाला तो बीमारी बन खुद का नुकसान होना ही तय है, इसलिए इसे उतार लेना जरूरी है,,,
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