आज मुझे अपने गुरु जी के प्रवचन में पता पड़ा के दूध सात्विक आहार में नहीं आता है यदि आपको ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना है तो आपको दूध नहीं पीना चाहिए क्योंकि दूध में काम काम वर्धक शक्ति बहुत ज्यादा होती है सांडों के बना गाय भैंस के दूध को मनुष्य पीता है तो सांड होने लगता है।
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