गवर्नमेंट यदि कुछ उपाय अपनाए है तो हाईवे पर एक्सीडेंट कम हो जाएं हर टोल नाके पर ट्रैकों के नंबर लिए जाएं और उन्हें टेंपरेरी सिस्टम में फिट कर दिया जाए और ऐसा सेंसर लगाया जाए जिससे पता पड़ जाए गाड़ी की चाल से के ड्राइवर झपकी लेकर ट्रक चला रहा है और सिस्टम पर उसे तुरंत अलर्ट का रोका जाए । आज मैंने देखा एक ट्रक वाला लहरा लहरा के ट्रक चला रहा था मैं समझ गया यह झपकी लेकर ट्रक चला रहा है। जैसे चार्टर्ड बस में दो ड्राइवर चलते हैं इस तरह से बड़े-बड़े ट्रैकों में दो ड्राइवर होना चाहिए जो की बारी-बारी से नींद लेते रहें। जब हर 12 या 14 घंटे बाद ट्रेनों के ड्राइवर चेंज हो रहे हैं तो ट्रक इंडिया के एक कोने से दूसरे कोने में एक ही ड्राइवर क्यों ले जा रहा है।
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