मैं बचपन से छोटे तालाब को देखता हुआ आ रहा हूं एक बार मैंने धोखे से उसका पानी पी लिया था ऐसा लग रहा था कि नाले का पानी पी लिया उसका वाटर लेवल कभी कम नहीं होता लेकिन पिछले दिनों से मैं उसकी सच्चाई जान गया हूं न्यू मार्केट और बाणगंगा के बड़े से बड़े नाले सब उसी में मिल रहे हैं आज तक किसी गवर्नमेंट ने इस के बारे में नहीं सोचा बड़े बुजुर्ग और वहां के लोग बताते हैं कि इसमें खजाना छुपा हुआ है वह पारसमणी पड़ी हुई है पता नहीं इन नालों को छोटे तालाब में मिलने से क्यों नहीं रोका जाता। मैंने कहीं पढ़ा था कि राजा भोज इसमें स्नान किया करते थे अपने स्किन रोग को मिटाने के लिए
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