जिन्हें हम भविष्य के सपने कह रहे हैं यदि गहरे से सोचे तो वे हमारी कल्पनाएँ हैं जो की हम पूरे होसो हवाश जागते में करते हैं. सपने जो हमने देखे थे नीद में वे अन प्लान होते हैं. और कभी कभी हमे लगता है की जैसे बीता वक्त जैसे सपने की तरह हमने जिया वह या तो बहुत बुरा वक्त होता है या बहुत ही अच्छा वक्त.